जंगल बचाने के लिए मूड़ागांव सरईटोला में चिपको आंदोलन, महाजैनको के खिलाफ ग्रामीणों का विरोध तेज
मूड़ागांव सरईटोला, महाराष्ट्र।
कोयला प्रभावित क्षेत्र मूड़ागांव सरईटोला के ग्रामीणों ने महाजैको (महाराष्ट्र जनरेशन कंपनी) द्वारा जंगलों की कटाई के खिलाफ चिपको आंदोलन शुरू कर दिया है। ग्रामीण अपनी जमीन और जंगल की रक्षा के लिए पेड़ों से चिपककर प्रदर्शन कर रहे हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि महाजैको कंपनी कोयला खनन के लिए जंगल काटने की कोशिश कर रही है, जिससे पर्यावरण और वन्यजीवों पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। आंदोलनकारियों ने आरोप लगाया कि प्रशासन और जनप्रतिनिधि इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि दलाल सक्रिय होकर चोरी-छिपे जंगल काटने का प्रयास कर रहे हैं।
चिपको आंदोलन के तहत ग्रामीण, महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सभी जंगलों से चिपककर अपनी भूमि और प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा का संकल्प ले रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि जंगल कटाई बंद नहीं की गई, तो आंदोलन और उग्र रूप लेगा।
ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार से जंगलों की अवैध कटाई रोकने और महाजैको के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस मुद्दे पर प्रशासन की चुप्पी और दलालों की सक्रियता ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।


ग्रामीणों का यह आंदोलन पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ी पहल है, जो जंगलों को बचाने के लिए अपनी जान की बाजी लगाने को तैयार हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है और ग्रामीणों की मांगों पर क्या कार्रवाई की जाती है।

EDITOR VS KHABAR