गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और आत्मविश्वास की मिसाल बनी आदिवासी छात्रा पूनम पैकरा
तमनार (रायगढ़)।
पंडित हरिहर प्रसाद शर्मा सहयोग उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, तमनार की होनहार छात्रा कुमारी पूनम पैकरा ने PAT 2025 (प्री-एग्रीकल्चर टेस्ट) परीक्षा में शानदार सफलता हासिल करते हुए न सिर्फ अपने विद्यालय और परिवार का, बल्कि पूरे तमनार क्षेत्र का नाम गौरवान्वित किया है।
पूनम की यह सफलता इसलिए भी विशेष है क्योंकि उन्होंने बिना किसी कोचिंग संस्थान की सहायता के, महज आत्मनिर्भरता और कठिन परिश्रम के बलबूते पर PAT जैसी राज्य स्तरीय कठिन प्रतियोगी परीक्षा में उत्तीर्णता प्राप्त की है — और वह भी प्रथम प्रयास में।
सहयोग विद्यालय की यह मेधावी छात्रा आदिवासी समाज से आती है, और उसकी यह उपलब्धि पूरे समाज के लिए प्रेरणास्रोत है। ग्रामीण पृष्ठभूमि, सीमित संसाधन और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद पूनम ने यह साबित किया कि यदि लक्ष्य स्पष्ट हो और संकल्प दृढ़ हो, तो कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती।
विद्यालय परिवार ने कुमारी पूनम पैकरा की इस सफलता पर गर्व और प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, उन्हें एवं उनके परिजनों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।
विद्यालय के प्राचार्य, शिक्षकगण एवं समस्त स्टाफ ने इसे विद्यालय की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, नियमित अनुशासन और छात्र-छात्राओं को दिए जा रहे सतत मार्गदर्शन का परिणाम बताया।
विद्यालय के प्राचार्य वाई. के. शर्मा ने कहा –
“पूनम की सफलता ने यह सिद्ध कर दिया है कि यदि विद्यार्थी में लगन हो, तो वह किसी भी प्रतियोगिता में सफल हो सकता है। हमारी संस्थान का सदैव प्रयास रहा है कि छात्रों को न केवल किताबी ज्ञान दिया जाए, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर, मेहनती और व्यवहारिक जीवन के लिए भी तैयार किया जाए।”
विद्यालय प्रबंधन ने यह भी कहा कि वे भविष्य में भी अपने छात्रों को इसी तरह प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सशक्त मंच प्रदान करते रहेंगे। कुमारी पूनम की यह सफलता उन सैकड़ों ग्रामीण विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा बनेगी जो संसाधनों की कमी के बावजूद बड़ा सपना देखने का साहस रखते हैं।
पूनम की सफलता से पूरे तमनार क्षेत्र में खुशी का माहौल है और लोग इस आदिवासी बालिका के आत्मबल, संघर्ष और मेहनत की सराहना कर रहे हैं।
विद्यालय परिवार ने अंत में यह कामना की कि कुमारी पूनम का भविष्य उज्ज्वल हो और वह अपने लक्ष्य की दिशा में यूं ही निरंतर अग्रसर रहे।

EDITOR VS KHABAR