अम्बुजा फाउण्डेशन के द्वारा 15 अक्टूबर 2024 को Globan Handwshoning Day’ मनाया गया, हाथों को साफ करने का सही तरीका, कई बीमारियों से होगी सुरक्षा।
ग्लोबल हैण्डवॉशिंग डे प्रतिवर्ष 15 अक्टूबर को मनाया जाता है, यह एक इंटरनेशनल फेस्टिवल है। सबसे पहले ‘ग्लोवल हेण्डवॉशिंग डे साल 2008 मे
मनाया गया था। जब दुनिया भर के 70 से ज्यादा देशों में 120 मिलियन से अधिक बच्चों ने साबुन से हाथ धोये थे। उसके बाद हर वर्ष इस दिवस को 15 अक्टूबर को मनाया जाता है। अम्बुजा फ़ाउण्डेसन द्वारा सात स्कूलों में ‘ग्लोबल हैंड विशंग डे’ मनाया। -जिसमें 152 बच्चों को, 19 अध्यापकों को 190 समुह की दिदियो को और आंगनवाडी केन्द्र के धोने की सही विधि सिखाई, बच्चों को हाइजिंग के महत्व के बारे में जागरूक किया गया , कई रोगाणु बीमारी का कारण बनते हैं छूने से फैलते है, इसमे है, बच्चों को हाथो की स्वच्छता के प्रति जागरूक करना। हाथ धोना क्यों जरूरी है? और इसके फायदे
और महत्व को लेकर बच्चो को जागरूक किया गया। शौच जाने के बाद, खाना खाने के पहले,आंख , मुंह, नाक, कान, अथवा किसी चीज को छूने के बाद साबुन पानी से हाथ धोना आवश्यक है ।
हाथों की स्वच्छता से डायरिया के मामलो मे २० प्रतिशत तक कमी आती है, कोरोना काल में हमें प्रभावी हाथ धोने के महत्व का एहसास कराया, कोरोना काल में हाथ धोने की सही विधि सिखाई गई। हाथ धोना और सही तरीके से धोना हमारे जीवन के लिए कितना जरूरी है इस दिन अधिक से अधिक लोगों को साबुन से हाथ धोने के लिए प्रोत्साहित करते है और आग्रह करते है। सभी स्कूलो में जाकर हाथ धोने की विधि बताई गई और 1000 से ज्यादा लोगों द्वारा हैंडवाश किया गया। अगर हम अपने हाथ साबुन और र साफ पानी से नहीं धोते है खासकर – खांसते, छींकते, शौच के बाद खाने से पहले और खाना बनाने से पहले तो वायरस हमें संक्रमित करते है। कई वायरस बीमारी का कारण बनते है। ग्लोवल हैण्डवास डे का उद्देश्य समुदायों को सुरक्षित और स्वस्थ रखना है, बीमारियो को रोकने और जीवन बचाने में हाथ धोने की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। इस लिए सिर्फ एक दिन ही नहीं बल्कि प्रतिदिन’ ग्लोवल हैंडवाशिंग डे’ मनाना चाहिए
साफ हाथ, सुरक्षित हाथ, जान बचाना आपके हाथ में है तो हाथ धोना है, जागरुक रहे देखभाल के साथ हाथ धोए। हैंडवाश की आदत अपनाएंगे तो कीटाणु को दूर भगायेंगे।


EDITOR VS KHABAR