तमनार: पंचायती राज अधिनियम के उल्लंघन पर मजदूर संघ के हस्तक्षेप के बाद जिला प्रशासन सख्त, जांच के आदेश।

तमनार विकासखंड की ग्राम पंचायतों में पंचायती राज अधिनियम के विपरीत निर्माण कार्यों को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। हिन्द मजदूर किसान पंचायत के जिला महासचिव श्री उमेश कुमार श्रीवास ने इस विषय में गंभीर आरोप लगाते हुए जिला प्रशासन से कार्यवाही की मांग की थी।

उन्होंने आरोप लगाया कि निर्वाचित जनप्रतिनिधि स्वंय निर्माण कार्य करवाकर अधिनियम का उल्लंघन कर रहे हैं। इस संबंध में श्री श्रीवास ने जिला कलेक्टर से शिकायत दर्ज कराई थी और मामले की गहन जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की थी।

शिकायत की गंभीरता और शासन में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) ने त्वरित कदम उठाते हुए जनपद पंचायत तमनार के अंतर्गत आने वाले सभी पंचायत सचिवों को निर्देश दिया है कि वे 3 दिवस के भीतर पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।

प्रशासन द्वारा इस कदम को अनुशासन और पारदर्शिता स्थापित करने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है। देखना यह होगा कि जांच के बाद दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है और प्रशासन किस हद तक इस मामले में पारदर्शिता बनाए रखने में सफल रहता है।


यह खबर तमनार क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।

हमारा श्रमिक संगठन हर क्षेत्र के लोगों के सहयोग और अधिकारों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है, चाहे वह मजदूर हो, किसान हो, या आम जन। संगठन का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी व्यक्ति नियमों का उल्लंघन न करे, और यदि कोई दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ उचित कार्यवाही हो।
हमारे जिला महासचिव द्वारा प्रस्तुत की गई मांग पूरी तरह उचित और न्यायसंगत है। उन्होंने केवल यही आग्रह किया है कि नियमों का पालन सुनिश्चित हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं। हमारा संगठन यह विश्वास दिलाता है कि ऐसे किसी भी नियम विरुद्ध कार्य को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

हम नियमों और कानूनों का सम्मान करते हुए, मजदूरों, किसानों और आम जनता के हितों की रक्षा के लिए अपनी आवाज बुलंद करते रहेंगे। कार्यवाही सुनिश्चित कराने का हमारा प्रयास निरंतर जारी रहेगा।

हरबंश सिंह राठौर
प्रदेश सचिव, HMKP (छ.ग.)

केंद्र और राज्य सरकार द्वारा क्षेत्र के विकास और जनता के हित में कई जन कल्याणकारी योजनाएँ संचालित की जा रही हैं। हालांकि, यह देखा जा रहा है कि हमारे निर्वाचित जनप्रतिनिधि इन योजनाओं के तहत कार्यों को स्वयं अथवा अपने परिजनों के माध्यम से करा रहे हैं, जो कि नियमों के विरुद्ध है। यह सही है कि कार्य हो रहे हैं, लेकिन इन कार्यों की गुणवत्ता और वित्तीय पारदर्शिता पर संदेह बना रहता है। इसी कारण, आम जनता के बीच शासन की छवि धूमिल हो रही है।

पंचायती राज व्यवस्था में निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी है कि वे विकास और जनहित से जुड़े कार्यों को निष्पक्षता, पारदर्शिता और उच्च गुणवत्ता के साथ सुनिश्चित करें। जनता का विश्वास तभी बहाल होगा जब विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की अनियमितता और स्वार्थ से बचा जाएगा। मेरा निवेदन है कि जनप्रतिनिधि, सरकार की मंशा के अनुरूप योजनाओं को लागू करें और अपने क्षेत्र को समृद्ध बनाने में योगदान दें।

उमेश कुमार श्रीवास
जिला महासचिव (HMKP), रायगढ़

उमेश श्रीवास जी द्वारा संगठन के माध्यम से किए गए कार्य अत्यंत सराहनीय हैं। पंचायती राज अधिनियम के तहत यदि कोई दोषी पाया जाता है, तो उस पर आवश्यक कार्रवाई होनी चाहिए। हम आशा करते हैं कि हमारे जनप्रतिनिधियों का सहयोग हमें निरंतर मिलता रहेगा, ताकि शासन की योजनाओं का लाभ आखिरी छोर तक पहुंच सके। संगठन की यह प्रतिबद्धता है कि समाज के हर वर्ग को न्याय और विकास का लाभ मिले। सभी हितधारकों के सहयोग से ही एक समृद्ध और सशक्त समाज का निर्माण संभव है।

भोजराम यादव
तमनार प्रभारी, HMKP

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