तमनार ब्लॉक: जल जीवन मिशन की आड़ में वन दोहन और बाल श्रम का खुलासा

तमनार ब्लॉक: जल जीवन मिशन की आड़ में वन दोहन और बाल श्रम का खुलासा
बिना अनुमति वन क्षेत्र में पाइपलाइन बिछाने का कार्य जारी, नाबालिगों से कराया जा रहा श्रम

तमनार (खम्हरिया रेंज) — जल संकट से निपटने और हर गांव में पेयजल की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए जल जीवन मिशन के तहत पाइपलाइन बिछाने का कार्य जारी है। हालांकि, खम्हरिया रेंज के बजरमुड़ा से मिलूपारा तक चल रहे इस कार्य ने अब कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।



सूत्रों के अनुसार, पाइपलाइन बिछाने के इस कार्य के लिए वन विभाग से आवश्यक अनुमति नहीं ली गई है। जब हमारे रिपोर्टर ने मौके पर जाकर स्थिति का जायज़ा लिया, तो वहां कार्यरत कर्मचारियों ने भी स्पष्ट रूप से कहा कि उनके पास वन विभाग की कोई अनुमति नहीं है। केवल यह बताया गया कि दोपहर में वन विभाग से “एक्का” नामक कर्मचारी जाँच के लिए आए थे।

यह कार्य हैदराबाद की कावेरी कंपनी द्वारा ठेका लेकर कराया जा रहा है, लेकिन और भी चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि इस परियोजना में नाबालिग बच्चों से मजदूरी करवाई जा रही है। जानकारी के अनुसार, लगभग 14 वर्ष की उम्र के बच्चों से 200 रुपये प्रतिदिन की दर से कार्य लिया जा रहा है, जो स्पष्ट रूप से बाल श्रम कानूनों का उल्लंघन है।

स्थानीय लोगों और जानकारों का कहना है कि इस मामले में वन विभाग की संलिप्तता से भी इंकार नहीं किया जा सकता। अगर जांच की जाए तो इसमें कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।

जल जीवन मिशन जैसे सराहनीय कार्य के नाम पर कानूनों की धज्जियाँ उड़ाना न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि यह पर्यावरणीय और सामाजिक दृष्टिकोण से भी बेहद खतरनाक संकेत देता है। प्रशासन से इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही है।

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