कर्मागढ़ के युवाओं का वन प्रेम फिर आया सामने, कुएं में गिरे भालू को बचाया – पहले भी जंगल की आग बुझाने में निभाई थी अहम भूमिका



कर्मागढ़ (रायगढ़)।
वन क्षेत्र से घिरे कर्मागढ़ गांव में एक बार फिर स्थानीय युवाओं की जागरूकता और साहस ने वन्यजीव संरक्षण की मिसाल पेश की है। माँ माँकेश्वरी मंदिर के समीप एक पुराने कुएं में गिरे जंगली भालू को ग्रामीणों ने न केवल देखा, बल्कि बिना किसी सरकारी मदद के उसे बाहर निकालने का प्रयास भी किया — और सफल भी हुए।

ग्राम के जागरूक नागरिकों किशोर सिदार, आंशु सिदार, शशि और नरेश राठिया को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, वे मौके पर पहुंचे। बिना किसी औपचारिक प्रशिक्षण या वन विभाग के सहयोग के, इन युवाओं ने ग्रामीणों के साथ मिलकर करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद भालू को सुरक्षित बाहर निकाला।

भालू बाहर निकलते ही जंगल की ओर भाग गया। इस दौरान किसी भी प्रकार की हिंसा या घबराहट नहीं देखी गई, जो ग्रामीणों की समझदारी और संयम का भी प्रमाण है।

🔥 जंगल की आग बुझाने में भी निभाई थी अहम भूमिका

गौरतलब है कि इससे पहले इन्हीं युवाओं ने कुछ महीने पूर्व कर्मागढ़ के जंगल में लगी आग बुझाने में वन विभाग की टीम के साथ सक्रिय भूमिका निभाई थी। तब सोशल मीडिया में वायरल हुए वीडियो में ये युवा आग की लपटों के बीच पानी की पाइप और पारंपरिक तरीकों से आग बुझाते नज़र आए थे। उस समय भी इनकी साहसिकता की प्रशंसा की गई थी।

🗣️ प्रशासन की भूमिका सवालों के घेरे में

दोनों ही मामलों में वन विभाग की गैरहाज़िरी और सुस्त प्रतिक्रिया पर ग्रामीणों ने नाराज़गी जताई है। लोगों का कहना है कि जब एक गांव के युवा बिना संसाधनों के ऐसे काम कर सकते हैं, तो विभाग क्यों निष्क्रिय बना हुआ है?

✅ ग्रामीणों की मांग – युवाओं को मिले पहचान और सहयोग

ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे युवाओं को “वन मित्र” या “वन सुरक्षा स्वयंसेवक” की आधिकारिक मान्यता दी जानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी आपात परिस्थितियों में और भी बेहतर कार्य हो सके।


सम्पर्क सूत्रों के अनुसार, घटना की जानकारी वन विभाग को भी दे दी गई है। विभागीय अधिकारी मौके पर देर से पहुंचे, लेकिन भालू तब तक सुरक्षित जंगल की ओर जा चुका था।


👉 कर्मागढ़ के इन युवाओं की साहसिकता न सिर्फ वन्यजीवों के लिए वरदान बन रही है, बल्कि प्रशासन को भी आइना दिखा रही है कि सेवा, साहस और संवेदना सिर्फ पद से नहीं, भावना से उपजती है।

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