तमनार ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले धौंराभांठा से बॉर्डर के बीच स्थित लमडांड़ घाट के घुमावदार मोड़ पर आज दोपहर एक हृदयविदारक हादसा हुआ। कोयला लदा एक भारी टेलर वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया, जिससे चालक की मौके पर ही मौत हो गई।
मृतक चालक की पहचान उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के तरवा गांव निवासी संतोष उर्फ बबलू, पिता रामप्यारे के रूप में हुई है। वह अनुप रोड कैरियर में कार्यरत था और रोज की तरह कोयला लोड कर उड़ीसा से छत्तीसगढ़ आ रहा था। वाहन संख्या CG13 AR 9755 जैसे ही लमडांड़ घाट के तीखे मोड़ पर पहुँचा, अचानक संतुलन बिगड़ा और वाहन पलट गया।
हादसे की भयावहता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि संतोष सीधा हेल्पर सीट की ओर टकराया और सिर पर गंभीर चोट आई। प्रत्यक्षदर्शियों ने उसे बाहर निकालने की कोशिश की, उसे बाहर भी निकाला गया, लेकिन वह होश में नहीं आ सका। 112 पर कॉल भी किया गया, लेकिन सहायता पहुँचने से पहले ही संतोष की साँसें टूट चुकी थीं।
स्थानीय जनता का आक्रोश फूटा
घटना के बाद आसपास मौजूद लोगों में भारी नाराजगी देखी गई। उनका कहना था कि हादसे के बाद समय पर अगर स्वास्थ्य अमला या 112 सेवा पहुँच जाती, तो शायद एक जान बचाई जा सकती थी। लोगों ने इसे स्पष्ट रूप से शासन और प्रशासन की घोर लापरवाही बताया।
क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि:
लमडांड़ घाट जैसे खतरनाक स्थानों पर चेतावनी बोर्ड और रेलिंग लगाई जाए।
112 और स्वास्थ्य सेवा को और अधिक सक्रिय और समयबद्ध किया जाए।
भारी वाहनों के लिए मार्ग पर विशेष सुरक्षा दिशा-निर्देश तय किए जाएं।
इस हादसे ने एक और परिवार को उजाड़ दिया, एक बेटे को छीन लिया, और कई सवाल प्रशासन के कामकाज पर छोड़ गया है।

EDITOR VS KHABAR